छत्तीसगढ़ के बालोद ज़िले में करीब 52 धान ख़रीदी केंद्रों को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है। इन धान ख़रीदी केंद्रों में प्रति एकड़ 16 क्विंटल की ख़रीदी दर्ज होने पर शो कॉज जारी किया गया है। ज़िला विपणन अधिकारी की ओर से जारी शो कॉज नोटिस में चार बिंदुओं पर जवाब तलब किया गया है। विदित हो कि, इस नोटिस के विषय में जिला कलेक्टर कार्यालय और खाद्य विभाग के अमले ने किसी भी जानकारी के होने से इंकार कर दिया है। ज़िला विपणन अधिकारी के इस शो कॉज नोटिस पर 27 जनवरी की तारीख़ दर्ज है। कांग्रेस ने इस नोटिस को लोकसभा चुनाव में मतदाताओं के बीच “मुद्दा-मसला” बना दिया है।
क्या लिखा है कारण बताओ नोटिस में
बालोद के ज़िला विपणन अधिकारी द्वारा जारी किए गए शो कॉज में चार बिंदुओं पर जवाब तलब किया गया है। इसमें पूछा गया है कि 1- औसत से अधिक किन-किन खसरों में ख़रीद किया गया है, 2- किन कारणों से धान आपके उपार्जन केंद्र में औसत उत्पादन से अधिक ख़रीदा गया, 3- अतिरिक्त 4256.24 क्विंटल धान ख़रीदी करने में कितना अतिरिक्त व्यय हुआ और 4- अतिरिक्त धान का निराकरण किस प्रकार होगा और सूखत आने पर कौन ज़िम्मेदार होगा ?
किस आधार पर जारी हुआ शो कॉज
बालोद ज़िले के करीब 52 धान ख़रीदी केंद्रों को शो कॉज जारी होने के पीछे कारण उन धान ख़रीदी केंद्रों में प्रति एकड़ पंद्रह क्विंटल से अधिक की ख़रीद करना है। जिन धान खरीदी केंद्रों में प्रबंधकों को नोटिस जारी किया गया है, वे जिस तहसील में आते हैं वहाँ की अनावारी रिपोर्ट के हवाले से धान ख़रीदी केंद्रों के प्रबंधकों को नोटिस जारी किया गया है। मसलन डोंडीलोहरा तहसील में कृषि विभाग की अनावारी रिपोर्ट के अनुसार प्रति एकड़ 15.60 प्रति क्विंटल का उत्पादन है, लेकिन करीब 52 धान ख़रीदी केंद्रों में धान प्रति एकड़ 16.58 क्विंटल खरीदना दर्शाया गया है।
लोकसभा चुनाव में मुद्दा बना रहे हैं भूपेश
बालोद ज़िले में धान ख़रीदी केंद्रों में अनावारी रिपोर्ट से अधिक मात्रा में प्रति एकड़ ख़रीदी होने पर शो कॉज जारी होने का मसले का ज़िक्रपाटन विधायक भूपेश बघेल ने राजनांदगाँव लोकसभा में बतौर प्रत्याशी प्रचार करते हुए मतदाताओं के बीच कर दिया है। राजनांदगाँव लोकसभा के कबीरधाम जिले के गेंदपुर गाँव में जनता को संबोधित करते हुए कहा- “एमन पूछत हैं तोर अनावारी 14-15 क्विंटल है तो 21 क्विंटल धान ला कईसे बेचबे.. बालोद ज़िला मा पता कर लो..56 ठे सोसाइटी ला नोटिस भेज देहिस कि कईसे ख़रीदे.. नोटिस थमा देहिस.. अब भूला जावा तुमन 21 क्विंटल।” राजनांदगाँव लोकसभा में पाटन विधायक और लोकसभा प्रत्याशी भूपेश बघेल ग्रामीणों और किसानों के बीच इस नोटिस के मुद्दे को उठा रहे हैं
बीजेपी के गारंटी कार्ड में दर्ज था वायदा
प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान ख़रीदी का वायदा बीजेपी के विधानसभा गारंटी कार्ड में दर्ज था। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जो बजट आबंटित किया उसे लेकर यह बताया गया था कि, धान ख़रीदी प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से होगी। बीजेपी की सत्ता में वापसी के लिए यह वायदा भी महत्वपूर्ण कारक था।
27 जनवरी को जारी हुआ था शो कॉज
जबकि साय सरकार ने प्रति एकड़ 21 क्विंटल की ख़रीदी के हिसाब से राशि का आबंटन बजट में कर दिया, तब ही स्पष्ट किया गया था कि, किसान 21 क्विंटल बेच सकता था। लेकिन अनावारी रिपोर्ट के औसत से ज्यादा जिन जगहों पर धान ख़रीदी हो गई, उन्हें नोटिस जारी हो गया। अब इसी नोटिस पर सियासती तूफ़ान मचा हुआ है। जिस नोटिस के हवाले से कांग्रेस इसे “मुद्दा” बना रही है, वह 27 जनवरी को जारी हुआ था।
ज़िला विपणन अधिकारी ने नहीं उठाया फ़ोन
बालोद के ज़िला विपणन अधिकारी जिन्होंने यह नोटिस जारी किया था, इस नोटिस को जारी करने की परिस्थितियों और फिर आगे क्या कार्यवाही हुई, यह जानकारी लेने के लिए उनसे संपर्क साधा गया, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया है। जब ज़िला विपणन अधिकारी ने फ़ोन नहीं उठाया तो उन्हें व्हाट्सएप पर मैसेज भेज कर उत्तर देने का आग्रह किया गया है। यदि उत्तर आता है तो उसे खबर में लिख दिया जाएगा।
(रिपोर्टर_ शेखर ठाकुर (जिला प्रमुख)